July 21, 2024

तुम कुछ मत कहना

 बेटा ! 
निर्वाचित प्रधान से
तुम कुछ मत कहना

चाहें कायाकल्प
गाँव से कोसों दूर रहे
या गलियों में
जातिवाद वाला दस्तूर रहे
तुम तो 
अपनी लघुता की
सीमाओं में रहना
बेटा ! ... 

ग्राम सभा वाली 
ज़मीन पर लाठी चलनी है
और विपक्षी के 
खेतों से सड़क निकलनी है
अभी
रक्त को भी है 
फूटे सिर में से बहना
बेटा ! ... 

जत्था रहता है
प्रधान के साथ दबंगों का
जो कट्टर दुश्मन है
मानवता के अंगों का
और
समझता है जो
हिंसा को अपना गहना
बेटा ! ... 

-विवेक चतुर्वेदी

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